alone shayari in punjabi
एक खराब कैसे करें थम लूँ,
वो तनहा मिला तो,
किसी का हाथ कैसे था लू,
वो तन्हा मिल गई तो क्या कहुंगा,
सोच रहा हू कुछ लिखू,
लेकिन क्या पैगाम लिखू,
तुझ बिन कटी दिन लिखू,
या साथ गुजरी रात लिखू,
जगमगाते शहर की राणायों में क्या ना था,
ढूंढ़ने निकला था जिस्को बस वही चेहरा ना था,
हम वही तुम भी वही मौसम वही मंज़र वही,
फसले बरस जाएंगे इतने मैंने कभी सोचा ना था,
heart broken alone shayari
मेरी पलकों का अब नींद से कोई,
तालुक नहीं रहा मेरा कौन है,
ये सोचने में रात गुजर जाती है,
मोहब्बत मुकद्दर है कोई ख़्वाब नहीं,
ये वो अदा है जिसमे हर कोई कामयाब नहीं
जिन्हे मिली मंजिल, उनगलियो पे वो खुश है,
मगर जो पागल हुए उनका कोई फैसला नहीं,
तेरा बार बार रूथना मुझे अच्छा लगता है,
पर क्या तुझे भी मेरा मनाना अच्छा लगता है,
ऐ जिंदगी एक बार तू नजर,
में आ तन्हा हूं मैं,
या दूर से फिर दे कोई सदा तन्हा हूं मैं,
दुनिया की महफिल मैं हूं भी या नहीं,
एक उमर से सोच मैं डूबा हूं मैं,
best alone shayari in hindi
हजारो बात मिल कर एक राज बनता है,
सात सुरो के मिलने से साज बनता है, आशिक के मरने पर कफन भी नहीं मिला,
और हसीनों के मार्ने पर ताज बंता है,
खुदा करे की इस दिल,की आवाज में
इतना असर हो जाए,
जिस याद में तड़प रहे हैं,
हम इस्तेमाल खबर हो जाए,
उसकी आरज़ू अब खो गई है, खामोशियों
की आदत सी हो गई है न शिकवा रहा न
शिकायत किसी से बस एक मोहब्बत है,
जो इन तनहायों से हो गई है,