alone shayari 2 lines in english
जो मंजिल को जाए वो डगर चाहिए,
तनहाई का बोझ अब और उठा नहीं,
अब हमको भी एक हमसफर चाहिए,
तेरे प्यार की हिफ़ाज़त कुछ इस्
तरहा से की हमने,
जब कभी किसी ने प्यार से देखा,
तो नज़र झुका ली हम,
तेरे जलवों ने मुझे घेर लिया है ऐ दोस्त,
अब तनहाई के लम्हे भी हसीन लगते हैं,
वो हम अपनी मर्जी से बात करते हैं,
और हम भी कितने पागल है,
के उनकी मर्जी का, इंतजार करता है,
दस बार चमन महका
सौ बार बहार आई,
दुनिया की वही रौनक,
दिल की वही तनहाई,
मेरी वफायन उसके लिए फिजूल थी,
कोई आस नहीं लेकिन इतना बताता दो,
मैंने चाहा क्या ये मेरी भूल थी,
attitude alone shayari in hindi
किसी भी तरह से नहीं हैं,
बल्कि एक बार दिल में हमला ले,
फिर मरते तक खुद से अलग नहीं हैं,
मेरी सूचना में आने वाले,
इतिहास,
ख्वाबों में भी हैं,
कुछ रिश्ते हैं,
उसके और मेरे दरीया मे,
ना दुश्मन की मुलाकात है,
ना प्यार का सिला,
स्टेशन जैसी हो गयी है ज़िन्दगी,
जहां लोग तो बहुत है पर अपना कोई नहीं,