anmol vachan shayari image
मकड़ी भी नहीं फँसती अपने बनाए जालों में ,
जितना आदमी उलझा है अपने बुने ख्यालों मे ,
तुम नीचें गिरके देखो कोई नहीं आएगा उठाने ,
तुम जरा उडक़र तो देखो
सब आयेंगे गिराने ,
पेड़ कभी डाली काटने से नहीं सुखता ,
पेड़ हमेशा जड़ काटने से सुखता है ,
वैसे ही इंसान अपने कर्म से नहीं
बल्कि अपने छोटी सोच और
गलत व्यवहार से हारता है ,
अगर कोई व्यक्ति आपसे जलता है,
तो ये उसकी बुरी आदत नही,
बल्कि आपकी काबिलियत है,
जो उसे ये काम करने पे मजबूर करती है ,
आपके बारे में चार लोग क्या सोचेंगे,
यदि यह बात भी आप ही सोचेंगे तो
चार लोग क्या सोचेंगे
कहने का अभिप्राय यह है ,
की आपके आस पास रहने वाले
लोग आप कुछ भी करे अच्छा या
बुरा वो कुछ ना कुछ कहेंगे ही ,
शिक्षा आपकी सबसे अच्छी दोस्त साबित हो
सकती है, जो हर मुसीबत में अकेले
होने पर भी आपको अकेला नहीं होने देती,
जिस तरह से माचिस किसी दूसरी चीज़ को
जलाने से पहले खुद जलती है, उसी प्रकार
गुस्सा भी पहले दुसरे को नुकसान पहुंचाने से
पहले खुद को हानि पहुंचाता है,
किसी भी मांगने वाले को अपने दर पर
ज़लील मत करना, वो सिर्फ मांगने ही,
नहीं दुआ देने भी आता है,
सफलता चाहिए तो जिद्दी बनों क्योंकि
जिद्दी आदमी ही इतिहास रचता है,
आपकी जिद्द ही आपको सफल बनाएगी,
उपलब्धि तथा आलोचना, एक
दूसरे के पूरक हैं, उपलब्धि तभी मिलती है,
जब आलोचना होती ह,
बहुत से लोग ये सोचकर दुखी होते हैं ,
कि वो किसके लिए जी रहे हैं,
जबकि वे लोग शायद ये भूल जाते हैं,
कि वो लोग कामयाबी के लिए जी रहे