gulzar shayari in english
मुझे रिश्तो की लंबी कतारों से मतलब नहीं !!
कोई दिल से हो मेरा तो एक शख्स भी काफी है !!
मुझे तो तोफे में अपनों का वक़्त पसंद है !!
मगर आज कल इतने महंगे तोफे देता कौन है !!
जो साथ रहकर भी साथ न हो !!
वो दूर ही रहे तो अच्छा है !!
इतने बेवफा नहीं हैं जो तुम्हें भुल जाएंगे !!
अक्सर चुप रहने वाले प्यार बहुत करते है !!
two line gulzar shayari
तुम बदले तो हम भी कहाँ पुराने से रहे !!
तुम आने से रहे तो हम भी बुलाने से रहे !!
ना समझ है वो अभी मेरी बात नहीं समझेगा !!
मेरी जगह नहीं है न मेरे हालात नहीं समझेगा !!
कर दिया आजाद उनको जो दिल में !!
हमारे रहकर ख्वाब किसी और के देखते थे !!
वो सफर बचपन के अब तक याद आते है मुझे !!
सुबह जाना हो कहीं तो रात भर सोते न थे !!
ज़माने की तो फ़ितरत ही है बातों से मुकर जाना !!
हम ही पागल थे जो वादों पर ऐतबार किया करते थे !!
कभी घमंड ना करना अपनी मोहब्बत पे तुम से !!
बेहतर मिलने पर तुम ठकरा दिए जाओगे !!