heart touching gulzar shayari
तुम बदले तो हम भी कहाँ पुराने से रहे !!
तुम आने से रहे तो हम भी बुलाने से रहे !!
गलती बस एक ही हुई मुझसे !!
ज़िंदगी में. जिसने मुड़कर भी !!
ना देखा मैंने उसका इंतज़ार किया !!
यही तो ज़माने का उसूल है जरुरत हो !!
तो खुदा वरना बंदा फ़िज़ूल है !!
एक शख्स जो इतना सताता है !!
सुकून भी न जाने क्यों !!
उसी के पास आता है !!
motivational gulzar shayari
एक दिन तुम मुझे !!
इसलिए भी खो दोगे कि !!
हमारी रोज़ बात नहीं होती !!
मै तुझे बार बार इसलिए समझता हूँ !!
तुझे टुटा हुआ देखकर मै खुद भी टूट जाता हूँ !!
मोहब्बत की है तुम स बेफिक्र रहो !!
नाराज़गी हो सकती है !!
पर नफ़रत कभी नहीं होंगी !!
चाहने वालो को नहीं मिलते चाहने वाले !!
हमने हर दगाबाज़ के साथ सनम देखा है !!
हम अफ़सोस क्यों करे की कोई हमे ना मिला !!
अफ़सोस तो वो करे जिन्हे हम ना मिले !!
ख्वाहिश तो न थी किसी से दिल लगाने !!
की पर किस्मत में दर्द लिखा !!
हो तो मोहब्बत कैसे न होती !!