Masoom chehra shayari
दांतो तले उंगली दबा कर
निगाहें मुझ पर रोकना,
बड़ा अच्छा लगता मुझे तेरा,
मासूम नजरों से देखना,
तेरे जैसा मासूम होना
किसी के बस की बात नही,
तेरे जैसा हुस्न पाना भी
किसी के बस की बात नही,
bewafa tera masoom chehra shayari lyrics
इश्क़ का नशा कैसा होता है,
जो करता है उसको तो पता होगा,
मेने किसी से पूछा कैसा होता है,
उसने कहा नशानशा होता है,
इश्क़ वैसा होता ह,
उस खुदा का क्या शुक्रिया करूँ,
जिस खुदा ने उसको बड़ी पूरस्त से बना होगा,
पहले सोचा होगा इस नूर को में रखलूं,
फिर सोचा तो मेरा ख्याल मन में बना होगा,
masoom chehra shayari
मुझे तेरी नज़र ने दिवाना बना दिया,
मुझे अपनी अदाओ से पागल बना दिया,
हर पल दिल करता है, तेरी ही फ़िक्र,
अब तो होने लगा है,तेरे मेरे प्यार का जिक्र,
ब ना करा और इंतेज़ार मेने तन मन
से अपना बना लिया,
तेरी मोहब्बत मुझे तबसे मिली,
मैं जबसे तेरा तलबगार हो गया,
मेरा दिल पहले अकेला था,
यह दिल तेरे ही प्यार का बीमार हो गया,
उनके हर एक लम्हे कि हिफाजत करना ए खुदा
मासूम चेहरा है,उदास अच्छा नहीं लगता,
tera masoom chehra shayari
क्या बयान करें तेरी मासूमियत को शायरी में हम,
तू लाख गुनाह कर ले सजा तुझको नहीं मिलनी,
लिख दूँ किताब तेरी मासूमियत पे मैं लिकिन,
कहीं हर कोई तुझे पाने का तलबगार न हो जाए,