happy fathers day shayari in hindi
वह पापा ही तो है – जो बचपन में हमें हंसाने के लिए !!
कभी “हाथी” तो कभी “घोड़ा ” बन जाते थे !!
जिस हाथ को थामकर सीखाया था चलना कभी !!
आज कैसे गए भूल हम उन कांपते हाथों को थामना !!
पिता उस दीये की तरह हैं, जो खुद जलकर !!
औलाद का जीवन रौशन करते हैं !!
आपकी जिस सख्ती से थी नफरत !!
आज उसी पर प्यार आता है !!
काश! आज फिर से आपकी मिलती डांट !!
तो फिर तस्वीरों से न करनी पड़ती बात !!
shayari on father in hindi
पापा के सबक को जब-जब मैंने नहीं सुना !!
तब-तब मुसीबतों का पहाड़ मुझ पर टूटा !!
जब सबने साथ देने से कर दिया इनकार !!
तब पिता के कांपते हाथों ने ही दिया था सहारा !!
पिता के बिना जिंदगी वीरान है !!
सफर तन्हा और राह सुनसान है !!
वही मेरी जमीं वही आसमान है !!
वही खुदा वही मेरा भगवान है !!
मुझे छांव में बिठाकर !!
खुद जलते रहे धुप में !!
मेरे पैरों में कांटे कभी न चुभे !!
मगर तुम्हारे तलवों में छाले मिले !!
तुम सफर में हर दम साथ रहे !!
तभी मुझको मंजिल मिली !!
कब का दुनिया मुझे कर देती बर्बाद !!
अगर पापा ने न दिया होता साथ !!
उस दिन समझ पाया सख्त दिखने वाले !!
” पापा का प्यार “
जिस दिन उन्होंने पूरी दुनिया के खिलाफ !!
जाकर दिया मेरा साथ !!
बचपन में जिन्होंने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया !!
बड़े होकर सपनों को उड़ान भरना सिखाया !!
वही पापा छिपकर जताते थे प्यार !!
जिसकी मैंने हमेशा की शिकायत !!
आज खुद पापा बनकर इस छिपकर !!
प्यार का अर्थ समझा हूं !!
पर आपको अपना प्यार नहीं समझा पाया !!
यू तो दुनिया के सारे दर्द हंस कर झेल लेता हूं !!
मगर जब भी आपकी याद आती है !!
आंखों में आए आंसुओं को रोके नहीं पाता हूं !!