nayab alfaaz shayari
बेवफ़ाई की दुनिया में मोहब्बत ढूंढ़ते हो !!
मतलब जिंदा हो मगर मौत ढूंढ़ते हो !!
एक नजर ने छेड़ा है !!
अब दर्द-ए-ज़िगर क्या होगा !!
जो जख्म बना मरहम से !!
उस ज़ख्म का मरहम क्या होगा !!
धड़कने मिलाकर हम धुन बना लेते हैं !!
जब डूब जाता है सूरज हम दिल जला लेते हैं !!
और कितना लिखूं मै तेरी याद में !!
कोई दम नही मेरी फरियाद में !!
रूह भी मेरी मुझसे छीन के ले गई !!
मै मै ना रहा तेरे बाद में !!
kuch alfaaz shayari
इश्क की दुनिया में पहचान हो मेरी !!
किसी और के लिए कैसे छोडूं !!
तुम इकलौती जान हो मेरी !!
अगर खिलाफ हैं तो होने दोजान थोड़ी हैं !!
ये सब धुंआ है कोई आसमान थोड़ी हैं !!
है इश्क़ तो अब वक़्त जाया ना कर !
मान ही लिया है अपना तो पराया ना कर !!
alfaaz shayari in urdu
ज़ख्म जो बाहर बाहर दिखते नही हैं !!
घाव करते हैं अंदर अंदर और रुकते नही हैं !!
जिनसे बिना बात हुए एक दिन नही गुजरता था !!
आज जुदा हुए उनसे कई साल होने आए हैं !!
वो जो कहता था, कुछ नही होता !!
हाय मुर्शद अब वो रोता है, चुप नही होता !!