अक्सर गुजरती हैं रातें तेरी यादों के साथ !!
अक्सर हर एक सवेरा नई आस लेकर आता है !!
कुछ इस तरह से हमारी बातें कम हो गई !!
कैसे हो पर शुरू और ठीक हो पर खत्म हो गई !!
इश्क के भी अलग ही फसाने हैं !!
जो हमारे नही हैं हम उनके ही दीवाने हैं !!
इश्क़ में यह बात मुझे रह रह कर खटकती है !!
दिल उसका भरा था मुझसे तो आंख मेरी क्यूं छलकती है !!
alfaaz shayari
लाज़मी नही है कि हर किसी को मौत छू कर निकले !!
किसी किसी को छू कर जिंदगी भी निकल जाती है !!
कौन हूं, कहां हूं, क्या हूं, क्या नही हूं मैं !!
खुद से खुद पे दस्तक दी और कह दिया नही हूं मैं !!
मोहब्बत गुजरी थी कभी अपने भी करीब से !!
बड़ा महंगा था मामला संभाली ना गई मुझ गरीब से !!
जिंदगी में कुछ हसीन पल यूं ही गुजर जाते हैं !!
रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं !!
do alfaaz shayari
इस तरह भी होता है इश्क आजमाकर तो देख !!
बिना मिले उम्र भर चलता है सिलसिला निभा कर तो देख !!
मेरे दिल की राख कुरेद मत, इसे मुस्कुरा के हवा न दे !!
ये चराग़ फिर भी चराग़ है, कहीं तेरा हाथ जला ना दे !!