alfaaz shayari status
जब गिला शिकवा अपनो से हो तो खामोशी भली !!
अब हर बात पर जंग हो जरूरी तो नही !!
खामोशियाँ ही बेहतर हैं !!
लफ़्ज़ों से लोग रूठ जाते हैं !!
तेरे सिवा कोई मेरे जज़्बात में नहीं !!
आँखों में वो नमी है जो बरसात में नहीं !!
पाने की कोशिश तुझे बहुत की मगर !!
तू एक लकीर है जो मेरे हाथ में नहीं !!
दिल्लगी कर ज़िन्दगी से, दिल लगा कर चल !!
ज़िन्दगी है थोड़ी, थोड़ा मुस्कुरा के चल !!
love alfaaz shayari
अगली बार जब तुम मिलो तो हाथ ना मिलाना
क्योंकि तुम थाम नही पाओगे और मै छोड़ नही पाऊंगा
रुतबा तो खामोशियों का होता है अल्फाजों का !!
क्यावो तो बदल जाते हैं अक्सरहालात देखकर !!
तुझसे दूर जाने का कोई इरादा न था !!
पर रुकते आखिर कैसे जब तू ही हमारा न था !!
खता हो ना हो मै माफी मांग लेता हूं !!
लफ्ज़ खर्च हों तो हों पर शख्स बच जाए !!
sad alfaaz shayari
मुझे तुझसे कोई शिकवा या शिकायत नही !!
शायद मेरे नसीब में तेरी चाहत नही है !!
मेरी तकदीर लिखकर खुदा भी मुकर गया !!
मैने पूछा तो बोला ये मेरी लिखावट नही है !!
कशिश तो बहुत है मेरे प्यार में !!
लेकिन कोई है पत्थर दिल जो पिघलता नही !!
अगर मिले खुदा तो मांग लूंगा उसको !!
पर सुना है खुदा मरने से पहले मिलता नही !!