alone shayari attitude
मुझे अब अपने अकेलेपन, की शिकायत नहीं है,
मैं एक पत्थर हूं मुझे खुद से भी प्यार नहीं
है अजब पहेलियों में सफ़र सफ़र,
लिखा हुआ हमसफ़र कोई नहीं ,
हाथों की लेकर में अजीब देखें पहलियां हैं
बस, सफर लिखा है सफर कोई नहीं,
वास्तव में सच्चा भी सचाई भी जानता है,
सच किसी ने कहा था एकांत में रहाना सीखो,
सच्चा प्यार कितना भी हो साथ रहा जाता है,
तन्हा तो हमेशा के लिए,
कक्षा में अच्छी तरह से मित्र सदस्य
होंगे दोस्त मित्र होंगे दोस्त होंगे,
जीवन के ज़हर को आप हंसते हैं,
जिंदगी में अकेलापन सहना अपने,
आप में बहुत हिम्मत की बात है,
जिस इंसान ने अकेलापन,
झेला होता है वो अंदर से
बहुत मजबूत होता है,
अकेलापन वाला इंसान अपने
अंदर बहुत दर्द को छुपाकर रखता है
ऐसे इंसान कभी भी अपनी बाते,
लोगो से शेयर नही करते है,
और अपने दर्द को चुपचाप
अपने अंदर दबा देते है,
मेरी तन्हाई से ऐसा नहीं है,
मैं आपसे प्यार करता हूँ,
मुझे मेरी तन्हाई से अब शिकायत नहीं है,
मैं पत्थर हु मुझे खुद से मोहब्बत नहीं है,
ये इश्क- प्रेम -मोहब्बत शौकियों के,
साहब, खेत में खड़े होते हैं,
ये इश्क-प्यार- मोहब्बत शौक अमेरो के है साहब,
हम गरीब तो बस खेलने के काम आते हैं इनके,
ज़्यदा तड़पती है तुम्हारी याद,
तो जाउ तो जग जाती है,
उठ जाउ तो रूला देता है,
best alone shayari in hindi
ये ठीक है ठीक ठीक ठीक ठीक,
खुद को किसी से मगर जुदा न करे,
ये ठीक है मरता नहीं कोई जुदाई में,
खुदा किसी को किसी से मगर जुदा ना करे,
प्यार में सब कुछ भूले बैठे हैं,
चिराग यादो के जले बैठे हैं,
हम तो मारेंगे उनकी ही बहो में,
ये मौत से तेज लगे बैठे हैं,
जिंदगी के ज़हर को यू पेशाब रहे हैं,
तेरे प्यार के बिना यू जिंदगी जी रहे हैं,
अकेलेपन से तो डर नहीं लगता हमें,
तेरे जाने के बाद यू ही तन्हा जी रहे हैं,