alone shayari
कितना दर्द है दिल,
में लेकिन हमें अहसास नहीं है,
कोई था बहुत खास पर
वो मेरे पास नहीं है हमें उनके इश्क ने,
बरबाद कर दिया और वो कहते हैं,
की ये प्यार नहीं है,
दिन हुआ है तो रात भी होगी,
मत हो उदासी उससे कभी
बात भी होगी वो प्यार है,
ही इतना प्यारा जिंदगी
रही तो मुलकत भी होगी,
हर शेख मुझे जिंदगी,
जीने का तारिका बताता है,
ऐसे कैसे समझौता है,
मेरा,मेरा वर्ना जीना तो मुझे भी आता है,
best alone shayari in hindi
चला जाउंगा जैसा अच्छा,
को तन्हा छो कर,
मैं अपने आपको रातों,
में उठा कर देखता हूं,
दिल का हाल बताता नहीं आता,
ऐसे किसी को तड़पना नहीं आता,
सुन्ना तो चाहते हैं,
हम उनकी आवाज को पर हमें,
कोई बात करने का बहाना नहीं आता,
सोचे द की नज़र अंदाज करेंगे,
यूज़ उसी की तरह,
पर नहीं कर सके वो जुल्म,
जिस्का दर्द सिरफ हम जाते हैं,
हम तो जल गए यारों की मोहब्बत,
में मूम की तरह आगर फिर भी कोई हमें,
बेवफा कहे तो उसकी, वफा को सलाम,
ना शौक देदार का ना फ़िक़र जुदाई की,
बड़े ख़ुश नसीब है वो लोग जो,
मोहब्बत नहीं करते,
मत रहो दूर हम से इतना
की असफल पर अफसो हो जाए,
कल को शायद ऐसी मुलाकत हो हमारी,
के आप हम से लिपटकर
रोए और हम ,खामोश हो जाए,
दिल को जलती है,
ये बेबसी कैसी ना कहते हैं,
ना सही पाते हैं,
ना जाने तकदीर में लिखी,
ये आशिकी है कैसी,