love ki shayari
उसके हुस्न से मिली है मेरे इश्क को ये शौहरत !!
मुझे जानता ही कौन था तेरी आशिक़ी से पहले !!
हुस्न वालों को संवरने की ज़रूरत क्या है !!
वो तो सादगी में भी कयामत की अदा रखते है !!
तुझको देखा… तो फिर… उसको ना देखा !!
चाँद कहता रह गया, मैं चाँद हूँ मैं चाँद हूँ !!
उनके चेहरे की चमक इतनी है !!
कि हर किसी की सूरत उनके सामने फीकी है !!
अपनी हसीन सूरत को पर्दे में छुपा लिया करो !!
हम गुस्ताख़ लोग है नज़रों से चूम लिया करते है !!
ये आंखे नही तुम्हारी 2 धारी तलवार है !!
जो भी रुकता है इन पर मर के ही निकलता है !!
सुकून की तलाश में तुम्हारी आँखों में झाँका था हमने !!
किसे पता था कम्बखत दिल का दर्द और बढ़ जाएगा !!
तू ज़रा सी कम खूबसूरत होती !!
तो भी बहुत खूबसूरत होती !!
इन आँखों को जब-जब उनके !!
चेहरे का दीदार हो जाता है !!
दिन कोई भी हो मेरा त्योहार हो जाता है !!
अर्ज किया है सुंदरता की तुम मुहूर्त हो !!
मेरे दिल में बसी तेरी प्यारी सी सूरत हो !!