bewafa ladki shayari image download
एक दौर था वो हर वक़्त मेरी फ़िक्र करने वाली ,
हर समय मेरे बारे मैं सोचने वाली कहाँ चली गई,
वफ़ा करने वाली, करके चली गयी ,
हमने ये सोचा वो वापिस आए हमारी
मोहब्बत के लिए,मगर वो बेवफा
वापिस आए सिर्फ अपने काम के लिए,
कितनी हसरत थी प्यार को पाने की मगर
इसके अंजाम का नहीं पता था,
क्यूंकि ये प्यार वफा करने वाले को
भी बेवफा बना देता है,
कोमल हसीन, प्यारे लगते थे जो हमको , वास्तव मैं वो कठोर और बेवफा निकले
नसीब मेरा कु मुजसे खफा हो जाता है,
अपना जिस्को भी मनो बेवफा हो जात है,
क्यु ना शिकायत मेरी नजारो ,
दिल भर ही गया है तो मना करने में डर कैसा,
मोहब्बत में बेवफाओ पर कोई मुकदमा
थोड़े होता है,
मेरी हक़ीकत जाने बिना वो मुझसे जुदा हो गयी,
मेरी सुनाने की जब बारी आयी तो उसने
अपना फैसला बता दिया,
तेरी बेवफाई के बारे मैं बहुत सुना था ,
फिर भी तेरे से दिल लगा बैठे,
भूल हमारी थी, उससे चाहत लगा बैठे,
जो बेवफा से वफ़ा की उम्मीद कर बैठे,
उसको बेवफा कैसे कह दूँ, जिसको
चुना था हमने,दिल उदास हो जाता है,
उसकी बेवफाई पे जो प्यार था अपना
और पसंद थी अपनी,
उसने दोस्ती का ऐसा सिला दिया,
अपने मतलब के लिए उसने,
मेरी दोस्ती को भुला दिया,
चलो छोड़ो ये बहस कि वफ़ा किसने की,
और बेवफा कौन है,
तुम तो ये बताओ कि आज
तन्हा कौन है ,