Dil Ki Shayari
इस दिल की दास्ताँ भी बड़ी अजीब होती है,
बड़ी मुश्किल से इसे ख़ुशी नसीब होती है,
किसी के पास आने पर ख़ुशी हो न हो,
पर दूर जाने पर बड़ी तकलीफ होती है,
तू ही बता ए दिल कि तुझे समझाऊं कैसे,
जिसे चाहता है तू उसे नज़दीक लाऊँ कैसे,
यूँ तो हर तमन्ना हर एहसास है वो मेरा,
मगर उस एहसास को ये एहसास दिलाऊं कैसे,
किसी का दिल न दुखाओ,
चाहे वो माफ़ भी करे,
पर भूलेगा नहीं,
कौन कहता है कि दिल
सिर्फ सीने में होता है,
तुझको लिखूँ तो
मेरी उंगलियाँ भी धड़कती है,
shayri dil ki
दिल की बातें हर किसी के,
समझ में नहीं आती।
सिर्फ उन्हें है आती,
दिल में जिनके मोहब्बत घर कर जाती,
तेरी खामोशी जला देती है इस दिल
की तमन्नाओं को,बाकी सारी बातें
अच्छी हैतेरी तस्वीर में,
काश उसे चाहने का अरमान न होता,
मैं होश में रहते हुए अनजान न होता,
ना प्यार होता किसी पत्थर दिल से हमको,
या फिर कोई पत्थर दिल इंसान न होता,
मेरे दिल को सुकून मिले,
जब तुम्हारे लबों पर मुस्कान हो,
जब तुम न दिखो तो लगे,
दिल में बेचैनियों का मकाम हो,
रौशनी में कुछ कमी रह गई हो तो,
बता देनऐ सनम दिल आज भी,
हाजिर है जलने को,