shayari gulzar
मेरे तो दर्द भी औरों के काम आते है !!
मै रो पढू तो कई लोग मुसकुराते है !!
ना मांग कुछ ज़माने से ये देकर फिर सुनाते है !!
किया एहसान जो एक बार वो लाख बार जताते है !!
जिस दिन उस पर दिल आया था !!
उस दिन मौत आ जाती तो ज़्यादा अच्छा था !!
चाहते है वो हर रोज़ एक नया चाहने वाला !!
ए खुदा मुझे हर रोज़ एक नई सूरत दे दे !!
छू न पाया मेरे अंदर की उदासी को कोई !!
मेरे चेहरे ने इतनी अच्छी अदाकारी की है !!
gulzar romantic shayari
पलट कर जवाब देना बेशक गलत बात है !!
लेकिन !!
सुनते रहो तो लोग बोलने की हदें भूल जाते है !!
पूछा जो हमने किसी और के होने लगे हो क्या !!
वो मुस्कुरा कर बोले पहले तुम्हारे थे क्या !!
अब मुझे रास आ गया है अकेलापन अब !!
आप अपने वक़्त का अचार डाल दीजिये !!
gulzar sad shayari in hindi
ख़ुदा तूने तो लाखो की तकदीर संवारी है !!
मुझे दिलासा तो दे की अब तेरी बारी हैं !!
जब अपने ही परिंदे किसी और के दाने के !!
आदि हो !!
जाये तो इन्हे आज़ाद कर देना चाहिए !!