matlabi shayari in punjabi
मतलब से कितने ही रिश्ते बनाने की कोशिश करो !!
वो रिश्ता कभी नहीं बनता !!
और प्यार से बने रिश्ते को तोड़ने की कितनी भी !!
कोशिश करो वो रिश्ता कभी नहीं टुटता !!
शीशा और रिश्ता दोनो हि बड़े नाजुक होते हैं !!
दोनों मे सिर्फ एक ही फर्क है !!
शीशा गलती से टुट जाता हैं और रिश्ता गलतफहमी से !!
मतलबी लड़ की से अच्छी तो मेरी सिगरेट है यारों !!
जो मेरे होठ से अपनी ज़िन्दगी सुरु करती हैं !!
और मेरे कदमो के नीचे अपना दम तोड़ देती हैं !!
दुनिया बहुत मतलबी है साथ कोई क्यों देगा !!
मुफ्त का यहा कफन नहीं मिलता !!
तो बिना गम के प्यार कोन देगा !!
matlabi sister shayari
तेरी रुसवाई से मुझे एक सबक मिला है !!
दुश्मन भी इतना नहीं करता !!
तूने दोस्त बनके किया है !!
मतलबी इस दुनिया में !!
मतलबी तु भी बन !!
चलता अगर साथ कोई !!
साथ उसके तु भी चल !!