bewafai ki shayari hindi
ना जाने क्यूँ नज़र लगी ज़माने की,
अब वजह मिलती नहीं मुस्कुराने की,
तुम्हारा गुस्सा होना तो जायज़ था,
हमारी आदत छूट गयी मनाने की,
अब देखिये तो किस की जान जाती है,
मैंने उसकी और उसने मेरी कसम खायी है,
Mohabbat bewafa shayari in hindi with images
खुद को अपनी नजरों में गिरा ना छोड़ दो,
जो लोग तुम्हें ना समझे उन्हें समझाना छोड़,
दो उन्हें देखकर मुर्दा भी सोचता होगा एक ही,
काफी था अगर जीते जी सहारा दे दिया होता खुद को, माफ़ नहीं कर पाओगे खुद को माफ़ नहीं कर पाओगे,
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी,
दिल मजबूर हो रहा है, तुम से बात करने को,
जिद ये है, की पहले गुफ्तगू का आगाज तुम करो,
कुछ सितारों की चमक नहीं जाती,
कुछ यादों की खनक नहीं जाती,
कुछ लोगों से होता है,ऐसा रिश्ता,
कि दूर रहके भी उनकी महक नहीं जाती,
Mohabbat bewafa shayari
हमारी खामोशी हमारी आहट है,
हमारी आंखें हमारी चाहत हैं,
हमारी जिंदगी अगर खूबसूरत है,
तो उसकी वजह बस आपकी मुस्कुराहट है,
हँसी आपकी कोई चुरा ना पाये,
आपको कभी कोई रुला ना पाये,
खुशियों का दीप ऐसे जले ज़िंदगी मे,
कि कोई तूफ़ान भी उसे बुझा ना पाय,
कभी ग़म तो कभी तन्हाई मार गयी,
कभी याद आ कर उनकी जुदाई मार गयी,
बहुत टूट कर चाहा जिसको हमने,
आखिर में उनकी ही,बेवफाई मार गयी,
मेरी यादें, मेरा चेहरा,मेरी बातें रुलायेंगी,
हिज़्र के दौर में, गुज़री मुलाकातें रुलायेंगी,
दिन तो चलो तुम काट भी लोगे फसानों में,
जहाँ तन्हा रहोगे तुम, तुम्हें रातें रुलायेंगी,