shayari on rishtey by ghalib in urdu
परिवार प्यार का दूसरा नाम हैं,
अपने परिवार को समय दीजिये
इससे प्रेम और विश्वास का रिश्ता मजबूत बनता हैं,
याद रखना कही जिन्दगी की भागदौड़ में
परिवार ना छूट जाए,
दुःख में जो अपनों के साथ खड़ा होता है,
असल में वही परिवार में सबसे बड़ा होता है,
अपनों का दिल दुखाया नहीं जाता हैं,
दिलों में जो भी हो गिले और शिकवे
उन्हें भुलाकर मुस्कुराया जाता है,
यूँ ही न अपने मिजाज को चिडचिडा कीजिए,
कोई बात छोटी करें तो दिल बड़ा कीजिए,
हर मर्ज का इलाज नही दवाखाने में,
कुछ दर्द चले जाते है,
परिवार के साथ मुस्कुराने में,
नाम के रिश्ते शायरी
मुझे मोहब्बत है अपने हाथो,
की सब उँगलियों से,
ना जाने कौन से ऊँगली पकड़ के
माँ ने मुझे चलना सिखाया होगा,
जब मैं अपने परिवार के लोगो के चेहरे,
पर मुस्कान देखता हूँ,
ऐसा लगता है कि दुनिया की सारी खुशियाँ
मेरे ही नसीब में आ गई है,
ना कोई राह आसान चाहिए,
ना ही हमें कोई पहचान चाहिए,
एक ही चीज माँगते है रोज भगवान से,
अपनों के चेहरे पर हर पल प्यारी से मुस्कान चाहिए,
जिन्दगी में किसी का साथ काफी है,
कंधे पर किसी का हाथ काफी हैं,
दूर हो या पास फ़र्क नही पड़ता,
सच्चे रिश्तों का तो बस एहसास काफ़ी हैं,
बहुतों से मैंने मोहब्बत की,
और बहुतों ने मेरे दिल को तोड़ा,
अच्छे हो या बुरा हर हालात में
मेरे परिवार ने कभी मेरा साथ नहीं छोड़ा,