safar e zindagi shayari
बहुत कुछ सिखाया जिंदगी के सफर अनजाने ने
वो किताबों में दर्ज था ही नहीं, जो पढ़ाया सबक जमाने ने
चल वहीं ऐ दिल जहाँ हमसफर है मेरा
ये अजनबी रास्ते वो आखिरी सफर है तेरा
हमे तो पता था की तू कहीं, और का मुसाफीर था
हमारा शहर तो बस यूं ही तेरे,रास्ते मैं आ गया था
यू ही हाथ थाम मेरा साथ निभाना
जिंदगी का सफर संग है तेरे बिताना
safar shayari love
तुझे तेरा हमसफर मुबारक, मुझे मेरा सफर मुबारक
मिलेंगे कभी राह में हम,तो होगा ये समा मुबारक
रस्ते कहाँ खत्म होते हैं जिंदगी के सफर में
मंज़िल तो वही है जहां ख्वाहिशें थम जाएँ
तुम्हें पता ये चले घर की राहतें क्या हैं
हमारी तरह अगर चार दिन सफ़र में रह
जूते महंगे हैं अब पर छोटा सा सफर है
एक तरफ ऑफिस, दूसरी तरफ घर है
safar shayari urdu
उम्र बिना रुके सफर कर रही है
और हम ख़्वाहिशें लेकर वहीं खड़े हैं
हमारी मुहब्बत के सफ़र में एक ऐसा मोड़ भी आया
ग़ैरों से करते रहें वो गुफ़्तगू
और हर बार बेवफ़ा हमें बताया