in travelling shayari
आओ संग में एक कहानी बनाते हैं !!
चलो कहीं घूम के आते हैं !!
ज़िन्दगी के सफर में सफर करते रहना !!
ज़िन्दगी को संवार देता है !!
किसी मंजर पर में रूका नहीं !!
कभी खुद से भी मैं मिला नहीं, फिर से उड़ चला !!
बहुत देखे ये खराब दुनिया वाले !!
अब मुझे ये खूबसूरत दुनिया देखनी है !!
भीड़ भाड़ से अलग खामोशी के !!
नज़दीक हूं मैं, यहीं ठीक हूँ !!
यूं ही चला चल राही यूँ ही चला चल राही कितनी हसीन है !!
ये दुनिया भूल सारे झमेले !!
देख फूलों के मेले बड़ी रंगीन है ये दुनिया !!
funny shayari on travel
ऑफिस के एक कमरे को अपनी दुनिया बनाने से !!
बस पैसे मिलते है पर पूरी दुनिया घूम कर !!
उसे ही अपना घर बना लो तो ख़ुशी मिल जाती है !!
धुआं छंटा खुला गगन मेरा !!
नयी डगर नया सफर मेरा !!
पहाड़ों के बीच ऐशो-आराम की चीज़ें तो !!
नहीं मिलती मगर आराम और चैन ज़रूर मिल जाता है !!
न जाने कैसा रिश्ता है रहगुजर का कदमों से !!
थक के बैठ जाऊं तो रास्ता बुलाता है !!