whatsapp shayari about life
छुपे छुपे से रहते हैं सरेआम नहीं हुआ करते !!
कुछ रिश्ते बस एहसास होते हैं उनके नाम नहीं हुआ करते!!
वो आज करते है नजर अंदाज !!
तो बुरा क्या मानू, टूट कर पागलो की तरह !!
मोहब्बत भी तो सिर्फ मैंने की थी !!
इंसान अकेलेपन का नहीं !!
किसी के साथ का शिकार बनता है !!
बदली नहीं हूँ मैं मेरी भी कुछ कहानी है !!
बुरी बन गई हूँ अपनों की मेहरबानी है !!
मैं कभी अकेला नहीं हूँ !!
मेरे साथ मेरा अकेलापन जो है !!
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बहुत कम लोग हैं जो मेरे दिल को भाते हैं !!
और उससे भी बहुत कम है जो मुझे समझ पाते हैं !!
आज जो अकेलेपन का एहसास हुआ है !!
खुद को, तो बस संभाल नहीं पाया अपने आसुओं को !!
मैंने कब कहा तुमसे की कीमत समझो मेरी,
अगर बिकना ही होता तो हम यूँ तन्हा न होते !!
क्यों है नींद उड़ी हुयी,क्यों इतने बेक़रार होते हो !!
सगाई हमारी हो चुकी, क्यों इतना बेकरार होते हो !!
चेहरे की उदासी उनकी !!
खामोश चाहत का इजहार करता है !!
लब उनके खामोश सही !!
मगर उनकी नजरो बेक़रार करती है !!