matlabi insaan shayari
कमजोर पड़ जाएँ एक ईटतो टूट जाता है दीवार !!
रोजगार पाने के चककरछूट जाता है परिवार !!
उस ग़रीब को अपने परिवार के लिए लड़ते देखा है मैंने !!
जीवन में पहली बार डर को भी डरते हुए देखा है मैंने !!
बहुत प्यार हैं मुझेअपनी माँ के हाथो से !!
न जाने कितने बारमुझे गिरते गिरते बचाया होगा !!
best Matlabi Shayari
जा जाने किसने ये परिवार बनाया होगा !!
पर जिसने भी बनाया होगा इतना तो यकीन हैं !!
उसने सबसे पहले प्यार बनाया होगा !!
अपनी गृहस्थी को कुछ इस तरह बचा लिया करो !!
कभी आँखें दिखा दी कभी सर झुका लिया करो !!
रोड एक्सीडेंट भी दुःख भरी कहानी कहता है !!
कई बार,एक्सीडेंट में टूटता है एक का पैर !!
पर अपंग हो जाता है पूरा परिवार !!
matlabi sad shayari
सोचना हैं तो सिर्फ परिवार के लिए !!
और कमाना हैं तो सिर्फ परिवार के लिए !!
माँ मेरी ममता की मूरत , पिता जी ज्ञान के सागर !!
बहने घर का सम्मान, मेरा भाई मेरी शान इसके बिना !!
मै कुछ नही मेरा परिवार मेरी जान !!
एक पेड़ ही तो है,जो सभी प्राणियो को छाँव देता है !!
और एक परिवार ही तो है,जो घर के लोगो को आधार देता है !!
इंसान आजकल इसलिए भी परेशान है !!
क्योंकि जो गर्मी रिश्तों में होनी चाहिए वो हमारे दिमाग़ में है !!