kuch bheege alfaaz movie shayari in hindi
सुना है उन्होंने इरादा किया है खामोश रहने का !!
हम भी देखें हमारी मोहब्बत में असर कितना है !!
गुजर गया वह वक्त जब आरजू थी तेरी !!
अब तो खुदा भी हो जाए तो सजदा ना करूं !!
वो कह कर गए कि कल से भूल जाना हमे !!
हमने भी सदियों से आज को रोककर रखा है !!
इश्क़ का सफ़र अब खत्म ही समझिए !!
उनकी बातों से अब जुदाई की महक आने लगी है !!
कुछ अधूरापन था जो पूरा हुआ ही नही !!
कोई था मेरा जो मेरा हुआ ही नही !!
जिन्हे नीद नही आती उन्हीं को है मालूम !!
सुबह आने में कितने जमाने लगते हैं !!
मिले तो हजारों लोग थे जिन्दगी में !!
जो सबसे अलग था वो किस्मत में नही था !!
dil ke alfaaz shayari hindi
जिन्दगी जब भी लगा तुझे पढ़ लिया !!
कमबख्त तूने एक और पन्ना खोल दिया !!
लाजमी नही है की हर किसी को मौत ही छूकर निकले !!
किसी-किसी को छूकर जिंदगी भी निकल जाती है !!
जब लगा था खँजर तो इतना दर्द ना हुआ !!
जख्म का एहसास तो तब हुआ !!
जब चलाने वाले पे नजर पड़ी !!