दिल तोड़ दिया तूने बेवफा शायरी
हर बार उसका नाम लिखकर मैने खुद मिटा दिया,
उसने जो दर्द दिया था मैने उसे भुला दिया,
अब वो नहीं है मेरा दुनिया वालो
मैने उसे दिल से निकाल दिया,
मै क्या कहूं उसके बारे मै मुझे कुछ पता नहीं है,
उसके प्यार को बेवफा कहूं पता नहीं है,
पर कुछ था उसमे जो किसी मै नही,
पर अब उसे मेरी फिक्र नहीं है,
उस बेवफा से सारी उम्मीदें खत्म कर दी मैने,
प्यार का बार रिश्ता तोड़ दिया मैने,
जब वो रहा ही नहीं मेरा सनम
तो उसे कब का छोड़ दिया मैने,
सांसों का टूट जाना तो आम सी बात है,
जहां यार तन्हा छोड़ जाए,
मौत उसको कहते हैं,
मुझ मैं लाख बुराइयां सही पर एक खूबी
भी जरूर है,मैं किसी से भी तालुक कभी ,
मतलब के लिए नहीं रखता ,
पहले पागल किया,
फिर पागल कहा,
फिर पागल समझ कर छोड़ दिया ,
हम बुरे नहीं थे,
मगर तुमने बुरा कह दिया,
पर अब हम बुरे बन गए है,
ताकि तुम्हे कोई झूठा ना कह दे ,
मैंने तुझे उस वक़्त चाहा जब तेरा कोई ,
नहीं था,तूने मुझे उस वक़्त छोड़ा जब मेरा,
कोई नहीं ,
उसका बादा भी अजीब था की जिंदगी,
भर साथ निभाएंगे,मैंने भी ये नहीं पूछा,
की महोब्बत के साथया यादों के साथ ,
बस हम ही है तेरे दिल में बस यही
गलतफैमी बर्बाद कर गयी,
देख रहा हूँ सह भी रहा हूँ,
क्योकि वक़्त अभी आया नहीं,
वक़्त आपको बता देता है की लोग क्या थे,
और आप उन्हें क्या समझते थे,