ladki ki bewafai par shayari
वो बात ही कुछ अजीब थी,
वो हमसे रूठ गयी, जो दिल के सबसे ,
करीब थी;उसने तोड़ दिया दिल हमारा,
और लोग कहते है वो लड़की बहुत सरीफ थी ,
समझ जाते थे हम उनके दिल की हर बात को,
और वो हमें हर बार धोखा देते थे,
लेकिन हम भी मजबूर थे दिल के हाथों,
जो उन्हें बार-बार मौका देते थे,
इंसानों के कंधे पर इंसान जा रहे हैं,
कफ़न में लिपट कर कुछ अरमान जा रहे हैं,
जिन्हें मिली मोहब्बत में बेवफ़ाई,
वफ़ा की तलाश में वो कब्रिस्तान जा रहे हैं,
बेवफाई उसकी मिटा के आया हूँ,
ख़त उसके पानी में बहा के आया हूँ,
कोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों को,
इसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ,
दिल के दरिया में धड़कन की कश्ती है,
ख़्वाबों की दुनिया में यादों की बस्ती है,
मोहब्बत के बाजार में चाहत का सौदा है,
वफ़ा की कीमत से तो बेवफाई सस्ती है,
आग दिल में लगी जब वो खफा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे न सके वो
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफा हुए,
कहाँ से लाऊ हुनर उसे मनाने का,
कोई जवाब नहीं था उसके रूठ जाने का,
मोहब्बत में सजा मुझे ही मिलनी थी,
क्यूंकी जुर्म मैंने किया था उससे दिल
लगाने का,
एक इंसान मिला जो जीना सिखा गया,
आंसुओं की नमी को पीना सिखा गया,
कभी गुज़रती थी वीरानों में ज़िंदगी,
वो शख्स वीरानों में महफ़िल सजा गया,
यह ना थी हमारी क़िस्मत, कि विसाल-ए-यार होता,
अगर और जीते रहते, यही इंतज़ार होता,
तेरे वादे पर जाएँ हम, तो यह जान झूठ जाना,
कि ख़ुशी से मर ना जाते, अगर ऐतबार होता,
महफ़िल ना सही, तन्हाई तो मिलती है,
मिलें ना सही, जुदाई तो मिलती है,
प्यार में कुछ नहीं मिलता,
वफ़ा ना सही, बेवफ़ाई तो मिलती है,