Diwali shayari
दिवाली तुम भी मनाते हो,
दिवाली हम भी मनाते हैं,
बस फ़र्क़ सिर्फ इतना हैं की,
हम तो दिए जलाते हैं,
और तुम दिल जलाते हो,
You also celebrate Diwali
We also celebrate Diwali
The only difference is that
We light the lamps
and you burn hearts,
रात दिवाली की है, मगर किस्मत में अँधेरा हैं,
ना चाहते थे गम के बादल,ना आया सवेरा हैं,
जुदा हमारा होना यूँ लिखा लकीरो में था,
मगर इस में कसूर ए सनम ना तेरा ना मेरा हैं,
The night is of Diwali, but it is dark in fate,
Neither wanted clouds of sorrow, nor did the dawn come,
Our separation was in the lines written like this,
But in this there is no fault-e-sanam, neither your nor mine,
आयी अब के साल दिवाली,
मुँह पर अपने खून मले,
चारो तरफ हैं घोर अँधेरा,
घर में मेरे कैसे दीप जले,
Diwali has come in this year,
Rub your blood on your mouth,
There is severe darkness all around,
How my lamp burns in the house,
आसानी से दिल लगाए जाते हैं,
मगर मुश्किल से वादे निभाए जाते हैं,
मोहब्बत ले आती हैं उन राहों पे,
जहाँ दियो के बदले दिल जलाये जाते हैं,
Hearts are easily planted,
But promises are hardly kept,
Love brings you on those paths,
Where hearts are lit instead of lamps,
रौशनी भी होगी, होंगे चिराग भी,
आवाज़ भी होगी, होंगे साज़ भी,
पर ना होगी उसकी परछाई, ना उसकी आहट,
बहुत सूनी होगी ये दिवाली,
बिन सनम कैसे मिलेगी मुझे राहट,
There will be light, there will also be a lamp,
There will be a voice, there will be an instrument too,
But there will be neither his shadow, nor his sound,
This Diwali will be very busy,
Bin Sanam how will I get relief,
झिलमिलाते दियो की रौशनी से, सजी ये महफ़िल बड़ा सताती हैं,
उसके साथ बनायीं वो दिवाली मुझे बहुत याद आती है,
Adorned by the light of the twinkling lamps, this gathering hurts a lot,
I miss the Diwali I made with her.
झिलमिल झिलमिल दीप सजे हैं,
खुशियां हैं अपार,
आयी दिवाली लेकर मस्ती,
फुलझड़ियों की फुहार,
पा के अपनों का प्यार,
मंगलमय हो दिवाली का त्यौहार,
दिवाली पर फनी शायरी
रोशन हो दीपक और सारा जग जगमगाये,
लिए साथ सीता मैय्या को राम जी हैं लाये,
हर शहर यूँ लगे मानो अयोधया हो,
आओ हर द्वार हर गली, हर मोड़ पे हम दीप जलाये,
दीपावली आए तो रंगी रंगोली दीप जलाए,
धूम धड़ाका छोड़ा पटाखा,
जली फुलझडि़यां सबको भाए,
आप सबको दीपावली की शुभकामनाएं,
Dipawali shayari
श्री राम जी आपके संसार में,
सुख की बरसात करें,
और दुखों का नाश करें,
प्रेम की फुलझड़ी से,
आपका घर आंगन रौशन हो,
आपको दीपावली की, हार्दिक शुभकामनाएं,