diwali ki shayari
आई आई दिवालीआई, साथ मे कितनी खुशियाँ लायी,
धूम मचाओ मौज मनाओ,आप सभी को दिवाली की बधाई,
दीप की रौशनी पटाखों की आवाज,
सूरज की किरणे, खुशियों की बोछार,
चन्दन की खुशबु, अपनों का प्यार,
मुबारक हो आप को दीवाली का त्यौहार,
भगवान करे हर घर में हो उजाला, आये ना कभी कोई रात काली,
हर घर में हों खुशियाँ हर घर में हो रौशन दिवाली,
सभी को दिवाली की शुभकामनायें,
दीप जलें तो रौशन आपका जहान हो,
पूरा आपका हर एक अरमान हो,
माँ लक्ष्मी जी की कृपा बनी रहे आप पर हर दम,
ऐसा शुभ दीपावली का आपका त्यौहार हो,
है दीप पर्व आने वाला,
हमको भी दीप जलाना है,
मन के अंदर जो बसा हुआ,
सारा अंधियार मिटाना है,
बाहर का अंधियार मिटा,
फिर भी ये राह अबूझी है,
जब तक अंतर्मन दीप बुझा,
देवत्व राह अनबूझी है,
जब कोई पटाखा थोडा सा जलकर फुस्स हो जाता है तो,
उसे पैर से कुचल कर कुछ लोग ऐसे फील लेते है,
जैसे टाइम बम defuse करके दुनिया को बचा लिया हो,
पर्यावरण प्रेमी बने,
इस दिवाली ध्वनिरहित दिवाली मनाये,
पर्यावरण बचाये,
अर्थात्,
अपनी पत्नी को उसके मायके पहुँचाये,
जनहित में जारी,
दीवाली में घर दिये या लाइट से ना सजाएँ,
उसकी जगह उन सभी को इनवाइट करें,
जो आप से जलते हैं,
कसम से,
अगर पटाखे और फुलजड़ी का नाम सुनते ही,
आपके दिमाग में लडकियों का ख्याल जाता है,
तो मेरे दोस्त बर्बाद हो चुके हो तुम,