बनारसी शायरी हिंदी
बुराई का रूप अब भ्रष्टाचार
हैं, रावण के रूप में नेताओं का
अत्याचार हैं,देश रुपी इस लंका
में कौन राम बनेगा यंहा तो अब
बस मिलावटी व्यवहार हैं
गंगा दशहरा का यह शुभ अवसर
आपके लिए खुशी संतोष अच्छे
स्वास्थ्य और शांति का एक नया
चरण लेकर आए। हैप्पी गंगा दशहरा
गंगा दशहरा का यह शुभ अवसर
आपके लिए खुशी संतोष अच्छे
स्वास्थ्य और शांति का एक नया
चरण लेकर आए हैप्पी गंगा दशहरा
best ganga shayari
तू गंगा सी बहती धारा मैं किसी
घाट का किनारा तू मेरे महादेव की
दुलारी मैं अपने महादेव का पुजारी
ना जाने क्यों कोई माँ का ख्याल
नही रखता गंगा का जल दूषित हो
रहा है पर कोई सवाल नही करता
तन को साफ़ करो गंगा में नहा
के मन को साफ करो ईश्वर
को हृदय में बसा के
लाखो खर्च करके भी सुकून नही
पाता है जो सुकून गंगा किनारे एकांत
में बैठकर आता है
ganga shayari in hindi
बचाकर रखना गंगा को जरुरत
कल भी बहुत होगी यक़ीनन आने वाली
पीढ़ी इतनी पाक भी नहीं होगी
किसी को दुःखी देख अगर मन
द्रवित हो जाये मदत के लिए हाथ
आगे बढ़ जाये तो इंसान का मन
गंगा सा निर्मल हो जायें
बहती है पवित्र गंगा धरातल से तो
कभी पलको तलेnअशुद्ध मन को शुद्ध
करती जैसे बहती गंगा पावन भूमि