god ki shayari
भगवान हर हृदय में हैं,
घरों में रखने की जरूरत नही होती हैं,
यदि आप यह मानते है
कि आपके अंदर ईश्वर का अंश है,
तो आप किसी भी असम्भव कार्य को कर सकते हैं,
कर्म का अधिकार मनुष्य के पास है,
लेकिन फल ईश्वर देते हैं,इसलिए कर्म को सच्चे मन से करना चाहिए,
क्योकि मनुष्य के जीवन में उसके कर्मो का फल ही घटित होता हैं,
सारे बिगड़े काम बना दे सुधर जाए ये जीवन,
जिसके ऊपर कर दे कृपा बांसुरी वाला मोहन,
जब तक आप स्वयं पर विश्वास नही करते,
तब तक आप ईश्वर पर भी विश्वास नही कर सकते है,
जो कुछ भी मैंने खोया वह मेरी नादानी थी,
और जो कुछ भी मैंने पाया वह रब की मेहरबानी थी…
वो तैरते-तैरते डूब गये, जिन्हें खुद पर गुमान था,
और वो डूबते-डूबते भी तर गये जिन पर तू मेहरबान था,
जो भक्त बेचैन रहते हैं ,
अपने भगवान के लिए
भगवान भी बेचैन रहते हैं ,
अपने उन भक्तों के लिए
जय श्री राधे,
मेरे जिस्म जान में भोलेनाथ नाम तुम्हारा है,
आज अगर मैं खुश हूँ तो यह एहसान भी तुम्हारा है,
थामा हुआ है हाथ मेरा आपने मुझको मालूम है,
मेरे हर पल हर लम्हे में मेरे भोलेनाथ प्यार तुम्हारा ह,
तू चाहे तो मेरा हर काम साकार हो जाए,
तेरी कृपा से खुशियों की बहार हो जाए,
यूँ तो कर्म मेरे भी कुछ ख़ास अच्छे नहीं,
मगर तेरी नजर पड़े तो मेरा उद्धार हो जाए,