matlabi friend shayari
कुछ की फितरत और कुछ की मजबूरी होती है !!
कुछ भी हो मतलबी होना ही गलत होता है !!
पहले लोग दिल से बात करते थे !!
अब लोग मतलब से बात करते है !!
ऐसा जादू किया है मतलबी दोस्त ने दुनिया पर !!
कि नमस्ते भी करो
तो लोग समझते है कि अवश्य ही कोई काम होगा !!
मुखौटे बचपन में देखे थे मेले में टंगे हुए !!
समझ बढ़ी तो देखा लोगों पे है चढ़े हुऐ !!
best dost matlabi shayari
मतलब पूरा होने के बाद लोग बोलना तो दूर !!
देखना भी छोड़ देते हैं !!
मतलबी लोगों का दौर है यारों !!
यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों !!
ये उम्र बित गयी पर समझ नहीं आया !!
जिनसे मुहब्बत होती वो कदर क्यों नहीं करते !!
dost matlabi shayari
दुश्मनों को सजा देने की एक तेहजीब हैं मेरी !!
मैं हाथ नहीं उठाता बस नजरों से गिरा देते हैं !!
इस शहर के लोग बहुत मतलबी है !!
टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है !!
घड़ा भी पहले अपनी प्यास बुझाता है !!
कौन है यहां जो मतलबी नही है !!