shayari matlabi duniya
दुनिया वाले तो थे ही मगर !!
अब तो अपने भी मतलबी नज़र आते है !!
हर रिश्ते स्वार्थी नहीं है यहां !!
ये तो सिर्फ सपने नज़र आते है !!
सिखा दिया है दुनिया ने ये !!
अपनो पर भी शक करना !!
वरना मेरी फ़ितरत में तो !!
गौरो पर भी भरोसा करना था !!
मतलबी दुनिया के कई नज़ारे है !!
इसमें सब मतलबी है पर मतलब के लिए !!
सभी अपने और हमारे है !!
अपने स्वार्थ के ये सभी मारे है !!
बस मतलब का प्रेम देखो ये कितने बेचारे है !!
तेरी दोस्ती ने बहुत कुछ सिखा दिया !!
मेरी खामोश दुनिया को जैसे हँसा दिया !!
कर्जदार है खुदा के जिसने आप !!
जैसा दोस्त से मिला दिया !!
matlabi ladki shayari
करीब रहो तो इतना कि रिश्तो में प्यार रहे !!
दुर भी रहो इतना कि आने का इंतजार रहे !!
रखो उम्मीद रिश्तो कि दरमिया इतनी !!
कि टूट जाए उम्मीद पर रिश्ते बरक़रार रहे !!
खर्च कर दिया खुद को !!
कुछ मतलबी लोगो पर !!
जो हमेशा मेरे साथ थे !!
सिर्फ मतलब के लिए !!
matlabi rishte shayari
वक़्त, मौसम और लोग !!
सबकी एक सी फितरत होती है !!
कौन, कब कहाँ बदल जाये !!
पता ही नहीं चलता !!
कुछ लोग आपसे सिर्फ इतनी मोहब्बत करते हैं !!
जितना आपको इस्तेमाल कर सकते हैं !!
जहाँ उनका मतलब खत्म हो वहां !!
उनकी मोहब्बत भी खत्म हो जाती है !!
झूठी दुनिया के झूठी फसाने हैं !!
लोग भी झूठे और झूठे जमाने हैं !!
धोखे मिलते हैं हर कदम पर यहाँ !!
हर तड़फ भीड़ हैं लेकिन अफसोस सब बेगाने हैं !!
बेवफ़ा से दिल लगा लिया नादान थे हम !!
गलती हमसे हुई कयोंकि इंसान थे हम !!
आज जिनके नजरें मिलाने में तकलीफ होती हैं !!
कुछ समय पहले उनकी जान थे हम !!