zindagi gulzar hai shayari
जब तक था दम में दम न दबे आसमाँ से हम
जब दम निकल गया तो ज़मीं ने दबा लिया
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें भी परेशान हो जाएं
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुस्लमान हो जाएं
कफस में मुझसे रुदादे-चमन कहते न डर हमदम
गिरेगी जिसपे कल बिजली वो मेरा आशियाँ क्यों हो
जिस नजाकत से ये लहरें मेरे पैरों को छूतीछूती
यकीन नहीं होता इन्होंने कभी कश्तियाँ डुबायीं होगी
zindagi sad shayari 2 line english
सीख रहा हूँ धीरे-धीरे इस दुनिया के रिवाज
जिससे मतलब निकल गया उसे दिल से निकाल दो
शाख से तोड़े गए फूल ने हँस कर ये कहा
अच्छा होना भी बुरी बात है इस दुनिया में
तेरे आज़ाद बन्दों की ना ये दुनिया ना वो दुनिया
यहाँ मरने की पाबंदी, वहां जीने की पाबंदी
सिर्फ़ अंदाज़-ए-बयान बात बदल देता है
वरना दुनिया में कोई नई बात नहीं होती
dard bhari zindagi shayari
बेवफा दुनिया में कौन सारी ज़िन्दगी साथ देगा
लोग दफना के भूल जाते हैं कि कब्र कौन सी थी
बारूद के इक ढेर पे बैठी हुई दुनिया
शोलों से हिफ़ाजत का हुनर पूछ रही है