anmol vachan shayari status share chat
हाल पूछने से कौन सा हाल ठीक हो जाता है ,
बस एक तसल्ली हो जाती है कि इस भीड़
भरी दुनिया में कोई अपना भी है,
बिन मांगे जिसको सब कुछ मिल जाए वह
क्या जाने कदर किसे कहते हैं ,
नाक रगड़ कर मानती है जो रोज रब से
उनको पूछो सबर किसको कहते हैं,
पन्ना बदल पाना मुश्किल हो जाता है,,
अगर पता होता कि अगले पन्ने में वह नहीं है ,
जो हम पढ़ना चाहते हैं पर इसका
मतलब यह नहीं है कि हम कहानी
पढ़ना छोड़ देंगे,
मेरी किस्मत को देखकर
एक दिन वक़्त भी रोया
एक दिन बोला तू तो मस्त है,
मेरी मंजिल और मेरे बीच
ज़िन्दगी ने शीशा बिछाया
हजारो बार हारने के बाद
ज़िन्दगी ने मुझे लड़ना सिखाया
जरा संभल के ये कलयुग है मेरे दोस्त
यहाँ नाम की तरह कोई काम नहीं
मन में छुपा रावन सबके
जो हमेशा दिखता राम है
मर्द हो अगर तुम
तुम्हारे होने का कुछ तो रॉब हो
जब भी साइड से निकले कोई महिला
तो वो बेखोफ होमर्द हो अगर तुम
तुम्हारे होने का कुछ तो रॉब हो
जब भी साइड से निकले कोई महिला
तो वो बेखोफ हो
बड़ी अलग ही पहेलीया है
हाथो की लकीरों की
सिर्फ सफर ही लिखा है
कोई मंजिल नहीं
पर तेरी किस्मत ही ख़राब है,
बड़ा अलग ही पाया अपनी जिंदगी को
किया था कुछ पर पाया कुछ और
होना था कुछ पर हुआ कुछ और
सब कहते है आइना होती है ज़िन्दगी
तू मुस्कुरा तो सही ज़िन्दगी भी मुस्कुरा देगी
पर किसी ने कभी बताया ही नहीं
आखिर मुस्कराहट को लाऊ कैसे