maharaja surajmal balidan diwas shayari
फूलों के जैसे महकते रहो
पंछी के जैसे चहकते रहो
सूरज की भांति चमकते रहो
तितली के जैसे मचलते रहो
मम्मी डैडी का आदर करो
सुन्दर भावों से मन को भरो
ये है हमारी शुभ कामना
हंसते रहो, मुस्कुराते रहो
फूलों के जैसे महकते रहो
पंछी के जैसे चहकते रहो
सूरज की भांति चमकते रहो
तितली के जैसे मचलते रहो
मम्मी डैडी का आदर करो
सुन्दर भावों से मन को भरो
ये है हमारी शुभ कामना
हंसते रहो, मुस्कुराते रहो