matlabi shayari in urdu
गर्म चाय भी देती है एक सीख हरदम !!
मतलबी है दुनिया बहुत इसलिए !!
फूंक फूंक कर रखना हर कदम !!
चिठ्ठी ना कोइ संदेश जाने वो कौन सा देश !!
जहां तुम चले गए हो !!
इस दिल पे लगा के ठेंस जाने वो कौन सा देश !!
जहां तुम चले गए हो !!
मतलबी है वो हर रिश्ता जो बेवफाई करता है !!
जो सामने अच्छी अच्छी बातें !!
मगर पीठ पीछे बुराई करता है !!
rishtedar matlabi shayari
अब बस चाय से याराना है !!
क्यूंकि खुदगर्ज़ ये ज़माना है !!
मतलबी लोगों से दूरी बनाना है !!
उनको उन्हीं की भाषा सिखाना है !!
rishte matlabi shayari
मतलब न पूरे होने पर लोग !!
लहज़े बदल लेते हैं !!
मतलब ख़तम राब्ता ख़तम !!
यह है दुनियां का रसम !!
यहाँ पर हर बन्दा !!
मतलब की हद तक साथ चलता है !!
घड़ी वक्त बताता हैं !!
और वक्त,,लोगो की औकात !!
आज कल के लोग खैरियत तभी पहचानते हैं !!
जब उन्हें हमसे कोई मतलब होता हैं !!
ज़िन्दगी जिने का कुछ ऐसा अंदाज रखो !!
मतलबी दोस्तों को नजर अंदाज़ रखो !!