matlabi shayari in english
प्यासी ये निगाहे तरसती रहती है !!
तेरी याद मे अक़्सर बरसती रहती है !!
न जाने कैसी नज़र लगी है ज़माने की !!
अब वजह नही मिलती मुस्कुराने की !!
विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है !!
मतलबी लोग की फितरत है की
वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है !!
सबसे बुरा तब लगता है जब मतलबी लोग !!
आपके दिल में उतर जाते हैं !!
मतलबी लोगों की मीठी बात !!
सम्भाल कर रखे अपनी जज्बात !!
अच्छे दोस्त आँखों में खटकने लगते है !!
जब मतलबी लोग दोस्त बनने लगते है !!
बहुत मतलबी निकला ए-दिल तू मेरा होकर भी !!
धड़कता तो तू मेरे सीने में है पर किसी और का होकर !!
pyar matlabi shayari
बहुत मतलबी निकला ए-दिल तू मेरा होकर भी !!
धड़कता तो तू मेरे सीने में है पर किसी और का होकर !!
मुद्दत के बाद दस्तक हुई !!
लगता है कोई मतलबी आया होगा !!
मतलबी लोग सामने तारीफ़ !!
और पीठ पीछे बुराई करते है !!