bholenath shayari
भोलेेआयें आपक द्वार
भर दें जीवन में खुशियों की बहार
ना रहे जीवन में कोई भी दुःख
हर ओर फ़ैल जाये सुख ही सुख
हैप्पमहाशिवरात्रि दोस्तों
चिलम के धुंए में हम खोते चले गये
बाबा होश में
थे और मदहोश होते चले गये
जाने क्या बात है महादेव के नाम में
न चाहते हुयेभी उनके होते चले
गये
शिव सत्य है, शिव अनंत है
शिव अनादि है, शिव भगवंत है
शिव ओंकार है, शिव ब्रह्म है
शिवशक्ति है, शिव भक्ति है
महाशिवरात्रि की अनंत
शुभकामनाएं
आओ भगवान शिव को नमन करें
उनका आशीर्वाद हम सब प बना रहे
शिवरात्रि की बधाई ,हर हर महादेव
यह कैसी घटा छाई हैै
हवा में नई सुर्खी आई है
फैली है जो सुगंध हवा में
जरुर महादेव ने चिलम लगाई है
महाशिवरात्रि
की शुभकामनाएं
भक्ति शिव की करें ताकि शिव शक्ति मिले
शिवरात्रि के शुभ अवसर पर आपके
जीवन को एक नई अच्छी शुरूआत मिले
खुशबु आ रही है कहीँ से गांजे और भांग की
शायद खिड़की खुली रह गयी है मेरे
महांकालके दरबार की
हर हर महादेव जो अमृत पीते हैं
उन्हें देव कहते हैं ,और जो विष पीते हैं
उन्हें देवों के देवमहादेव,कहते हैं
यह कलयुग है
यहाँ ताज अच्छाई को नही
बुराई को है
लेकिन हम तो बाबा महाकाल केदीवाने है
ताज केनही रुद्राक्ष के दीवाने है
उसनेे ही जगत बनाया हैं
कण-कण में वहीं समाया हैं
दुःख भी सुख सा ही बीतेगा
सर पे जब भगवान् शिव का साया हैं
हाथों की लकीरेंअधूरी हो तो किस्मत
अच्छी नहीं होती
हम कहते है की शिर पर हाथ महादेव का हो
तो लकीरों की ज़रूरत नहीं होती