shiv shayari
शिव की महिमा अपरम्पार
शिव करते सबका उद्धार
उनकी कृपा आप पर सदा बनी रहे और
भोले शंकर आपके जीवन में
खुशियाँ ही खुशियाँ भर दे,
शिव के चरणों में है मिलते
सारे तीरथ चारों धाम
करनी का सुख तेरे हाथों
शिव के हाथों में परिणाम
मेरे जिस्म जान में भोलेनाथ नाम तुम्हारा है
आज अगर मैं खुश हूँ तो यह एहसान भी तुम्हारा है
थामा हुआ है हाथ मेरा आपने मुझको मालूम ह
मेरे हर पल हर लम्हे में मेरे भोलेनाथ प्यार तुम्हारा है
दुश्मन बनकर मुझसे जीतने चला था नादान
मेरे महाकाल से मोहब्बत कर लेता
तो मै खुद हार जाता
शिव सत्य है शिव अनंत है
शिव अनादि है शिव भगवंत है
शिव ओंकार है शिव ब्रह्म है
शिव शक्ति है शिव भक्ति है
उसने ही जगत बनाया हैं
कण-कण में वहीं समाया हैं
दुःख भी सुख सा ही बीतेगा
सर पे जब भगवान शिव का साया हैं
भोले बाबा का आशीर्वाद मिले आपको
उनकी दुआ का परसाद मिले आपको
आप करे अपनी ज़िन्दगी में इतनी तरक्की
हर किसी का प्यार मिले आपको
ना किसी आभाव में जीते हैं
ना किसी के प्रभाव में जीते है
भगवान शिव के भक्त हैं हम
सिर्फ अपने स्वभाव में जीते हैं
आंसुओं को कभी आंखों में भरने नहीं देता
चेहरे पर कभी दर्द उभरने नहीं देता
इतना दयालु है मेरा महादेव
मैं टूट भी जाऊं तो मुझे बिखरने नहीं देता
झूठी है ये दुनिया मुझे इनके वादों पर एतबार नहीं
भोलेनाथ तुम ही हो बस मेरे, मुझे और
किसी से प्यार नहीं।जय भोलेनाथ