gau mata shayari gujarati
दान-धर्म के नाम पे तुझे हतिया गए
ले जाके कट्टी-खानों में लटका गए
देख कितने बेशर्म है तुझे पूजने वाले
तेरे नसीब का जो चारा भी पचा गए
ग्वाला दूध दुह चुका था
और अब थन को
बूंद! बूंद निचोड़ रहा था
उधर खूंटे से बंधा बछड़ा
भूख से बिलबिला रहा था
स्वस्थ जीवन ही सुखमय जीवन
होता है गाय का दूध आपको
स्वस्थ बनाता है. इसलिए गाय को
पालिये सेवा करिये और दूध का
सेवन करियें
गाय के महत्व को जानकर ही हिन्दू
धर्म में इसे माता का दर्जा दिया गया
है. गाय हर प्रकार के सुख को प्रदान
करने वाली होती हैं
अब तक के अनुभव में हमने देखा
है कि गाय की सेवा करने वाला
सुखी-स्वस्थ-उन्नति पूर्ण जीवन जीता है
कई बार कुछ लोग अपनी ईर्ष्या
को शांत करने के लिए और एक
विशेष धर्म को नीचा दिखाने के
लिए गोहत्या करते है! एक अमूक
और निर्दोष जानवर की हत्या महापाप है
जीवन के उच्च आदर्श अपने हृदय में
धरो गाय-बछड़ो की सेवा और रक्षा करो
जिनकी सेवा कर के नर भव से तर जाता
सब देवो का अंश समेटे है गौ माता
घास-फूस खाकर बदले में दूध हमे देती है
करती है उपकार न कुछ हमसे लेती है
अगर आप आधुनिक सोच रखते
है तो दो गाय पाल कर आप अपने
घर को चला सकते है